मुख्य परीक्षा अभ्यास प्रश्न -19
प्रश्नः ब्रिटिश ने मुगलों को राजनीतिक रूप में विस्थापित कर दिया परंतु वे मुगल संस्कृति को विस्थापित नहीं कर सके। 18वीं सदी के भारत के संबंध में उपर्युक्त कथन का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तरः- प्लासी एवं बक्सर के युद्ध की सफलता के पश्चात् भारत में ब्रिटिश की राजनीतिक प्रगति होने लगी। मुगल साम्राज्य का आधिपत्य तोड़ना ब्रिटिश के लिए आसान था परंतु मुगलों का सांस्कृतिक आधिपत्य तोड़ना उनके लिए अत्यधिक कठिन सिद्ध हुआ।
18वीं सदी वह काल है जब एक तरफ मुगलों का राजनीतिक प्रभुत्व सिकुड़ता जा रहा था वहीं उनका सांस्कृतिक प्रभुत्व फैल रहा था। अगर सच पूछा जाए तो प्लासी एवं बक्सर के युद्ध से पूर्व ही उत्तर भारत में मुगलों की राजनीतिक सत्ता समाप्त हो चुकी थी। यद्यपि औपचारिक तौर पर मुगल शासन 1858 तक लाल किले में विराजमान रहा। इसलिए उत्तर भारत पर अधिकार स्थापित करने के लिए ब्रिटिश को मुख्यतः क्षेत्रीय शक्तियों यथा, बंगाल, अवध, निजाम, मराठा आदि से संघर्ष करना पड़ा था।
परंतु यही काल है कि जब मुगल स्थापत्य कला, चित्रकला, संगीत कला एवं नृत्य, सभी क्षेत्रीय स्तर पर अपना प्रभाव बढ़ा रहे थे तथा विभिन्न क्षेत्रीय शासक मुगल दरबारी संस्कृति की नकल करने का प्रयास कर रहे थे। मुगल ख्याल एवं ठुमरी अवध के दरबार में गुंज रही थी और मुगल चित्रकला राजस्थानी चित्रकला को दिशा दे रही थी। इतना ही नहीं 18वीं शताब्दी में भारत में काम करने वाले ब्रिटिश अधिकारी स्वयं मुगल जीवन पद्धति की नकल करने का प्रयास करते रहे। कुछ ब्रिटिश अधिकारी मुगलों की तरह अपनी कमर में तलवार लटकाकर चलते थे। उनका पहनावा ओढ़ावा भी मुगलों की तरह होता। स्थापत्य के क्षेत्र में भी वे मुगलों की नकल करने का प्रयास करते रहे परंतु 20वीं सदी तक भी वे मुगल स्थापत्य का विकल्प नहीं दे सके।
इस प्रकार, 18वीं सदी तक भारत में ब्रिटिश विजय राजनीतिक क्षेत्र तक ही सीमित रही वहीं सांस्कृतिक क्षेत्र में मुगलों का बर्चस्व बना रहा।