मुख्य परीक्षा अभ्यास प्रश्न -34
प्रश्न: एलोरा न केवल भारतीय संस्कृति की महान धरोहर है बल्कि यह धार्मिक समन्वय का भी एक अनुपम उदाहरण है। इस कथन पर टिप्पणी कीजिए।
उत्तरः एलोरा के अध्ययन के बिना भारतीय कला का इतिहास अधूरा रह जाएगा। यह अजन्ता से लगभग 50 किमी दूर स्थित है और यहां से 34 गुफाएं मिली हैं। इन गुफाओं की विलक्षणता इस बात में है कि ये गुफायें ब्राह्मण , बौद्ध एवं जैन तीनों धार्मिक पंथो से सम्बद्ध हैं। भारत में ऐसे बहुत कम केन्द्र हैं जहां धार्मिक समरसता का ऐसा बेहतरीन उदाहरण मिलता है। मथुरा के बाद एलोरा ऐसा ही एक महत्वपूर्ण केन्द्र है।
एलोरा कला की भिन्न शैलियों के विकास को दर्शाता है। पहली शैली है स्थापत्य कला। एलोरा में निर्मित गुफाएँ स्थापत्य कला के विकास का प्रमाण है। यह गुफा वास्तुकला का विकसित रूप है जिसका आरम्भिक साक्ष्य हमें अशोक कालीन गुफा के रूप मे देखने को मिलता है।
एलोरा से मूर्तिकला और चित्रकला इन दोनों के साक्ष्य भी मिलते हैं। यहां से ब्राह्मण देवता, बुद्ध एवं तीर्थंकर सभी की मूर्तियाँ प्राप्त होती हैं। इन मूर्तियों पर सारनाथ कला का प्रभाव देखा जा सकता है।
एलोरा की चित्रकला पर अजन्ता के चित्रकला का प्रभाव देखा जा सकता है परन्तु एलोरा के चित्रें में भावों की वह गहराई नहीं है जो हम अजन्ता में पाते हैं।
एलोरा की कलाकृतियों का अध्ययन करते हुए हम पाते हैं कि विभिन्न धार्मिक पंथो के द्वारा जो मूर्तिकला एवं चित्रकला विकसित किए गए हैं उनमें अभिव्यक्ति की समानता है। भले ही धार्मिक विश्वास अलग-अलग हों परन्तु कला सम्बंधी दृष्टि एक हैं। इसलिए एलोरा विविधता में एकता का ज्वलंत उदाहरण बन जाता है।