Jan. 28, 2022

मुख्य परीक्षा अभ्यास प्रश्न -39

प्रश्नः लार्ड डलहौजी ने भारत के मानचित्र को उस गति एवं पूर्णता से परिवर्तित किया जो किसी सैन्य अभियान से संभव नहीं था। टिप्पणी कीजिए।

(प्रश्न-विश्लेषणः- यह प्रश्न स्तरीय है तथा अपने स्वरूप में Inferential है। ऐसे प्रश्न में अभ्यर्थी प्रायः अलग-अलग ढंग से इसका अर्थ निकालते हैं। पहले आप प्रश्न का विश्लेषण कर Keywords  का चयन करें - ‘भारत के मानचित्र’, ‘पूर्णता से परिवर्तित’, ‘सैन्य अभियान से संभव नहीं’, ‘टिप्पणी कीजिए’। टिप्पणी कीजिए का आशय है अपना मत प्रकट करना। फिर इस प्रश्न की मांग इस तथ्य को स्पष्ट करना है कि डलहौजी ने अनियंत्रित साम्राज्य विस्तार के लिए युद्ध के अतिरिक्त किस नीति का सहारा लिया और क्यों लिया?)

उत्तरः डलहौजी ब्रिटिश साम्राज्यवाद का जीवन्त रूप था। वह ब्रिटिश औद्योगिक पूंजीवाद एवं नव-विक्टोरियाई साम्राज्यवाद की उपज था। उसने ब्रिटिश भारत के कार्टोग्राफी में शीघ्रता  से परिवर्तन लाया क्योंकि ब्रिटिश औद्योगिक पूंजीवाद के संवर्द्धन के लिए अधिक-से-अधिक भारतीय राज्यों को प्रत्यक्ष नियंत्रण में लेना आवश्यक था। लार्ड डलहौजी ने ब्रिटिश साम्राज्यवाद में एक नया आयाम जोड़ा जब उसने युद्ध एवं सैन्य दबाव के साथ विचारधारा का भी उपयोग किया।

                उसने युद्ध का सहारा लेकर 1849 तथा 1852 में क्रमशः पंजाब एवं लोआर बर्मा का विलय किया परंतु वह इस बात को जानता था कि युद्ध के माध्यम से अनियंत्रित प्रसार एक अवैध कदम था तथा इसकी आलोचना भारत एवं ब्रिटेन दोनों ही जगहों पर हो सकती थी। फिर ऐसा भी संभव था कि 1857 के जिस महाविद्रोह का सामना कंपनी को डलहौजी जाने के बाद करना पड़ा वह उसके शासन काल में ही घटित हो जाता। अतः उसने अन्य प्रकार के हंथकडे भी अपनाए। उसने विचारधारा का सहारा लेकर अपने कदम को वैध करार देने का प्रयास किया। उसने व्यपगत की अवधारणा देकर ब्रिटिश कंपनी के द्वारा सृजित राज्यों के शासकों के गोद लेने के अधिकार को अवैध करार दे दिया तथा इस आधार पर सतारा से नागपुर तक सात राज्यों का विलय किया। दूसरी तरफ, अवध क्षेत्र का व्यापक आर्थिक एवं सामरिक महत्व था। इसे देखते हुए अवध के संबंध में एक कुशासन की अवधारणा प्रतिपादित की गई तथा यह सिद्ध करने का प्रयास किया गया कि अयोग्य नबाव के कुशासन से अवध की प्रजा को मुक्त करने के लिए उसने विलय को अंजाम दिया है।

                                इस प्रकार लार्ड डलहौजी ने युद्ध की तकनीकी को अपनाए बिना एक बड़े क्षेत्र का अधिग्रहण कर लिया।