मुख्य परीक्षा अभ्यास प्रश्न -9
प्रश्नः सहायक संधि प्रणाली भारत में ब्रिटिश शक्ति की स्थापना में एक मील का पत्थर सिद्ध हुई। परीक्षण कीजिए।
विश्लेषणपरक एवं सटीक लेखन - (पहले आप प्रश्न में 'मुख्य शब्द ' को पकड़ते हुए उसका सही अर्थ-अन्वेषण करें। इसमें निम्नलिखित 'मुख्य शब्द' है- ‘ब्रिटिश शक्ति की स्थापना’, ‘मील का पत्थर’ तथा ‘परीक्षण करें।)
‘परीक्षण करें’, ‘व्याख्या कीजिए’, ‘विश्लेषण कीजिए’- इनके बीच बहुत कम अंतर है। फिर भी व्याख्या कीजिए से तात्पर्य है कि आप किसी के समक्ष वह तथ्य स्पष्ट कर रहे हैं जो वह जान रहा है परंतु बहुत स्पष्ट नहीं है, वहीं परीक्षण कीजिए में आप उसके समक्ष कुछ अतिरिक्त पहलू भी उजागर कर रहे हैं।
उत्तर- ब्रिटिश की बंगाल विजय तथा डलहौजी के आक्रामक साम्राज्यवाद के बीच कंपनी की सहायक संधि प्रणाली एक आवश्यक कड़ी है (सटीक शुरूआत)। इसने मीठे जहर की तरह भारतीय राज्यों की आंतरिक उर्जा को समाप्त कर दिया तथा उनका पूर्ण खात्मा बस समय की बात रह गई (सटीक थेसिस)।
इस पद्धति के माध्यम से ब्रिटिश कंपनी भारतीय राज्यों के धन पर एक बड़ी सेना खड़ी कर सकी तथा उसी सेना की सहायता से संबंधित राज्य पर कंपनी का अप्रत्यक्ष नियंत्रण कायम हो गया। (यहाँ दो बातें गौर करने वाली है प्रथम, ऊपर के पैराग्राफ तथा नीचे के पैराग्राफ के बीच transition दूसरा, थेसिस में कही गई बात की पुष्टि । केवल यहाँ एक उदाहरण की कमी खटक रही है।)
अपने एक क्षेत्र में एक ब्रिटिश रेजिमेंट की उपस्थिति की स्थिति में ये राज्य बगावत की बात नहीं सोच सकते थे। (इस वाक्य ने उदाहरण की कमी को पूरा कर दिया।)
भारतीय राज्यों पर नियंत्रण की दिशा में एक बड़ा कदम था भारतीय राज्यों की विदेश नीति पर नियंत्रण (यह अवधारणा है)। संबंधित राज्य को ब्रिटिश रेजिमेंट के परामर्श से विदेश नीति का संचालन करना था। (यह उदाहरण है जो अवधारणा की पुष्टि करता है।) फिर, ब्रिटिश कंपनी को यह सुरक्षा भी प्राप्त हो गई कि उसके अनुमोदन के बिना भारतीय राज्य किसी विदेशी को सेवा में नहीं ले सकते थे। (यहाँ ‘फिर’ शब्द Internal transition के रूप में आया है) अंत में, ये राज्य लगभग पूरी तरह ब्रिटिश कंपनी पर निर्भर हो गए तथा अपनी प्रजा के प्रति उत्तरदायी नहीं रह गए। इसलिए जब ब्रिटिश के द्वारा इनमें से कुछ का अधिग्रहण किया गया तो वहाँ की प्रजा भी राजा के बचाव में नहीं खड़ी हो सकी। उदाहरण के लिए अवध के अधिग्रहण को लिया जा सकता है।
अतः ऐसा मानना अतिश्योक्तिपूर्ण नहीं लगता कि 19वीं सदी में जिस वृहद कंपनी के साम्राज्य की स्थापना हुई उसकी आधारशिला सहायक संधि प्रणाली ने निर्मित कर दी थी। (जब आप विश्लेषणपरक लेखन कर रहे होते हैं तो पुस्तकीय ज्ञान की सीमा से उपर उठ जाते है)। (अगर आप प्वाईन्ट में लिखना चाहें तो आप प्वाईन्ट बना लें। आप निम्नलिखित प्वाईन्ट बना सकते हैं-
1- भारतीय राज्यों के धन से एक वृहद ब्रिटिश सेना का निर्माण
2- ब्रिटिश रेजिमेंट के माध्यम से भारतीय राज्यों पर अप्रत्यक्ष नियंत्रण
3- भारतीय राज्यों की विदेश नीति को अपने अधीन करना।
4- विदेशियों को इन राज्यों की सेवा से बाहर रखकर ब्रिटिश हित को सुरक्षित करना
5- इन राज्यों को कंपनी पर निर्भर बनाना।
(ध्यान रहे कि आप इस प्रकार का Title बना सकते हैं परंतु यह विश्लेषण का विकल्प नहीं होगा। इसके साथ विश्लेषण आवश्यक है।)