मुख्य परीक्षा अभ्यास प्रश्न -67
प्रश्नः सेडोवा के युद्ध में ऑस्ट्रिया की नहीं अपितु फ्रांस की हार हुई। इस कथन का परीक्षण करें।
उत्तरः सेडोवा के युद्ध में प्रशा के हाथों ऑस्ट्रिया पराजित हुआ यह महज एक घटना है। वहीं एक दूसरी महत्वपूर्ण घटना है प्रशा के अंतर्गत जर्मनी के एकीकरण की दिशा में व्यापक प्रगति क्योंकि इस युद्ध के पश्चात् उत्तरी जर्मन राज्यों का विलय प्रशा के साथ संभव हुआ। इस घटना की तार्किक परिणति जर्मनी के समग्र एकीकरण में होनी थी। फिर एकीकृत जर्मनी, जो अपने भौगोलिक आकार एवं संसाधन में फ्रांस से कहीं आगे था, एक पड़ोसी राष्ट्र के रूप में फ्रांस के लिए स्थायी खतरा बन गया एवं यूरोप में शक्ति संतुलन को झकझोर कर रख दिया।
सेडोवा में प्रशा की सफलता का तात्कालिक परिणाम था सेडान में प्रशा के हाथों फ्रांस की बुरी तरह पराजय एवं इस अपमानजनक पराजय ने फ्रांस एवं जर्मनी के मध्य स्थायी शत्रुता को जन्म दिया।
पिछले दो शताब्दियों में यूरोपीय राजनीति में फ्रांस एक वजनदार शक्ति बना रहा था। कई ऐसे अवसर आए जब फ्रांस के शासक यथा लुई चौदहवाँ, नेपोलियन बोनापार्ट आदि ने संपूर्ण यूरोप के लिए खतरा उत्पन्न कर दिया था। अंत में एक यूरोपीय संगठन बनाकर ही उस पर नियंत्रण लगाया जा सका था।
किंतु वहीं फ्रांस अब जर्मनी को प्रतिसंतुलित करने के लिए अन्य यूरोपीय शक्तियों की तरफ देख रहा था। फिर भी वह प्रथम विश्व युद्ध एवं द्वितीय विश्व युद्ध के मध्य जर्मनी के हाथों पराजित होने से नहीं बच सका। इतना ही नहीं वर्तमान यूरोपीय संघ में भी जर्मन अर्थव्यवस्था न केवल फ्रांसीसी अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ रही है अपितु इसने संपूर्ण यूरोजोन में असंतुलन उत्पन्न कर दिया है।
उपर्युक्त, तथ्यों के आधार पर ऐसा मानना अतिशयोक्तिपूर्ण नहीं लगता कि सेडोवा के युद्ध में ऑस्ट्रिया की नहीं अपितु फ्रांस की हार हुई थी।