Feb. 19, 2022

मुख्य परीक्षा अभ्यास प्रश्न -57

प्रश्नः यह कहना कहाँ तक उचित है कि अमेरिकी क्रांति सामाजिक उद्देश्य से रहित थी?

उत्तर:  हम अमेरिकी क्रांति के स्वरूप पर गहनता से विचार करते हैं तो फिर हमें यह ज्ञात होता है कि इस क्रांति के मध्य प्रचलित आर्थिक सामाजिक ढांचे में उतना अधिक परिवर्तन नहीं हुआ जितना हम फ्रांस की क्रांति के मध्य देखते हैं। फिर भी यह मानना उचित नहीं कि यह क्रांति सामाजिक उद्देश्य से रहित थी क्योंकि इस क्रांति ने अमेरिका को स्वतंत्रता दिलाने के साथ-साथ प्रचलित आर्थिक सामाजिक ढांचे में भी परिवर्तन लाया था

आर्थिक क्षेत्र में इस क्रांति ने वणिकवाद को अस्वीकृत कर मुक्त अर्थव्यवस्था की नीति को प्रोत्साहन दिया। 

उसी प्रकार, इस क्रांति के पश्चात् संयुक्त राज्य अमेरिका में एक लिखित संविधान अस्तित्व में आया तथा एक गणतंत्र की स्थापना हुई, लोगों को मताधिकार मिले, पहली बार इस संविधान में मौलिक अधिकारों का प्रावधान लाया गया तथा अंतःकरण की स्वतंत्रता को स्वीकृत करने वाला अमेरिका पहला देश बन गया तथा अमेरिका में विधि का शासन लागू हुआ।

महिलाओं  के कुछ अधिकारों को स्वीकृति मिली, पति की अनुपस्थिति में उन्हें सम्पत्ति का अधिकार मिला, पुत्रों के साथ-साथ पुत्रियों को भी सम्पत्ति में हिस्सा मिला। हालांकि यह सही है कि इस क्रांति के बावजूद भी दास व्यवस्था को समाप्त नहीं किया गया और न ही तात्कालिक रूप में दासों को अधिकार मिले किंतु यह भी सही है कि दास व्यवस्था के प्रति एक आलोचनात्मक दृष्टि उत्पन्न हुई और एक ऐसे मानसिक वातावरण का निर्माण होने लगा जिसके परिणामस्वरूप आगे संयुक्त राज्य अमेरिका में दास व्यवस्था का उन्मूलन संभव हुआ।

उपर्युक्त तथ्यों के आधार पर हम ऐसा कह सकते हैं कि अमेरिकी क्रांति ने अमेरिकी को राजनीतिक स्वतंत्रता दिलाने के साथ-साथ आर्थिक सामाजिक ढांचे में भी यथासंभव परिवर्तन लाया।