March 24, 2022

मुख्य परीक्षा अभ्यास प्रश्न -82

प्रश्नः समझाइए क्या कारण है कि अधिकांश ज्ञात हड़प्पाकालीन बस्तियाँ लवणीय भू-जल वाले क्षेत्रों में अवस्थित है?

उत्तर: हड़प्पा सभ्यता के उद्भव एवं विकास को भौगोलिक एवं जलवायु संबंधी कारक से पृथक करके नहीं देखा जा सकता। अतः हड़प्पा सभ्यता के विकास को समझने के लिए हमें उत्तर-पश्चिम के भूभाग में वर्षा की स्थिति, जंगलों का स्वरूप एवं जल स्रोत सभी का अवलोकन करने की जरूरत है।

आद्य ऐतिहासिक काल में भी उत्तर-पश्चिम से पूर्व की तरफ बढ़ते हुए वर्षा की मात्रा  बढ़ती चली गई। इसीलिए इसके अनुरूप जंगल भी घने होते गए। यह एक महत्वपूर्ण कारण था कि सभ्यता का प्रसार उत्तर-पश्चिम से क्रमिक रूप में पूरब की ओर हुआ था। यह अनुमान किया जाता है कि उस काल में उत्तर-पश्चिम में वर्षा की मात्रा  लगभग 10 cm -25 cm  रही होगी। अतः वहां जंगल विरल रहे थे। इसीलिए इन जंगलों की सफाई ताँबे एवं काँसे के उपकरणों से भी संभव हुआ। यह एक महत्वपूर्ण कारण था कि आरंभिक बस्तियाँ इन क्षेत्रों में विकसित हुईं।

फिर जल स्रोत की आवश्यकता ने भी बस्तियों के स्वरूप को प्रभावित किया। वस्तुतः हड़प्पा कालीन बस्तियाँ अधिकांशतः लवणीय भू-जल वाले क्षेत्र में अवस्थित थी। जहां मध्य गंगा घाटी में अनेक प्राकृतिक जल स्रोत उपलब्ध थे और यह जल स्रोत मीठे जल वाले स्रोत थे तथा पीने के लिए इनका उपयोग संभव था वहीं हड़प्पा क्षेत्र में लवणीय भू-जल वाले क्षेत्र होने के कारण लोग पीने के जल के लिए नदी के जल पर निर्भर थे या फिर जैसाकि धोलावीरा से ज्ञात होता है वर्षा के जल को संरक्षित करने का प्रयास कर रहे थे। परंतु इस प्रकार का जल संरक्षण उस काल में दुर्लभ था इसीलिए नदी किनारे बस्तियाँ स्थापित करना उनके लिए आवश्यक हो गया था।

नदी किनारे बस्तियाँ स्थापित होने से उन्हें निम्नलिखित फायदे मिले।

 प्रथम, चूंकि नदी प्रत्येक वर्ष जलोढ़  बहाकर लाती थी और यह मिट्टी काफी उपजाऊ होती थी इस कारण व्यापक कृषि उत्पादन का अधिशेष संभव हुआ। 

दूसरे, इन नदियों ने सस्ते परिवहन के रूप में भी अपनी भूमिका निभाई तथा इन नदियों के माध्यम से विभिन्न स्थलों को आपस में जोड़ना तथा एक व्यापार तंत्र का विकास करना आसान हुआ। इसलिए अनुमान किया जाता है कि हड़प्पा सभ्यता जैसी एक उन्नत नगरीय सभ्यता के विकास में नदियों ने उत्प्रेरणा प्रदान दी।

उपर्युक्त तथ्यों के प्रकाश में इस बात की व्याख्या करना संभव है कि अधिकांश हड़प्पाई स्थल अर्द्धशुष्क एवं लवणता वाले भू-जल क्षेत्र में क्यों स्थापित हुए।